दोरासर निवासी 77 वर्षीय गौरा देवी काफी दिन से पैर में दर्द और ना चल पाने की समस्या से परेशान थी

दोरासर निवासी 77 वर्षीय गौरा देवी काफी दिन से पैर में दर्द और ना चल पाने की समस्या से परेशान थी । मरीज के परिजन पिछले एक डेढ़ महीने से उन्हें कई जगह दिखा चुके थे परंतु कहीं भी उनका फीमर फ्रैक्चर डायग्नोसिस नहीं हो पाया। परिजन उन्हें टखने में सूजन की समस्या से परेशान बता रहे थे। आरुणि हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिशियन डॉ सुनील कुमार पुनिया ने मरीज की परेशानी को देखते हुए पेल्विस का X-Ray करवाया। X-Ray के बाद पता चला कि मरीज के femar head में फ्रैक्चर है। डायग्नोसिस कंफर्म होने के तुरंत बाद ही डॉक्टर पूनिया जी ने मरीज के परिजनों को मरीज को भर्ती कर ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। मरीज के परिजनों ने गौरा देवी को आरुणि हॉस्पिटल में भर्ती करवाया तथा यहीं Cemented bipolar modular hemiarthroplasty operation करवाया। ऑपरेशन के दूसरे दिन ही गौरा देवी चलने में समर्थ बनी। पिछले डेढ़ महीने से बिस्तर पर बैठी गौरा देवी को ऑपरेशन के दूसरे ही दिन चलते देख कर परिजनों ने डॉक्टर पूनिया का आभार व्यक्त किया तथा खुशी जताई कि अब गौरा देवी को सही इलाज मिला। गोरा देवी के इलाज में नर्सिंग अधीक्षक वीरेंद्र खेदड़, नर्सिंग ऑफिसर्स पूजा कुमारी, साहिल खान, राकेश कुमार ,दिव्या आदि का सहयोग रहा।